बिनैण, नरवाना व उझाना खाप ने धरौदी माइनर में पानी लाने के लिए बजाया बिगुल
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
गांव धरौदी में धरौदी माइनर संघर्ष समिति के बैनर तले 11 गांवों के ग्रामीणों का धरना 28वें दिन में प्रवेश कर गया। लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस निर्णय लेने के कारण ग्रामीणों का रोष बढ़ता जा रहा है। जिस कारण वे कोई बड़ा निर्णय लेने के लिए मजबूर दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि 11 गांवों के ग्रामीणों ने अपना धरना गत 20 जून को शांतिपूर्वक शुरू किया था, जिसमें उन्होंने केवल पीने के पानी की मांग रखी थी। लेकिन सरकार की ओर से कोई सुध न लेने पर ग्रामीणों द्वारा मुंडन संस्कार, अर्धनग्र प्रदर्शन और भूख हड़ताल भी की जा चुकी है। फिर भी कोई आश्वासन नहीं मिला है। ग्रामीणों की जायज मांग को देखते हुए बिनैण खाप ने अपना समर्थन दिया था और उनके साथ हर सुख-दुख में साथ खड़ा होने की हामी भरी है। इसके साथ ही अब नरवाना और उझाना खाप के लोगों ने भी बुधवार को समर्थन देते हुए कहा कि पीने के पानी की लड़ाई में 11 गांवों के लोगों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जुड़वाने के लिए वे सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटा सकते हैं। इसके लिए वे तन-मन-धन के साथ ग्रामीणों की आवाज को बुलंद करने का काम करेंगे। बिनैण खाप के प्रधान नफे सिंह नैन ने कहा कि धरौदी माइनर में पानी लाने के लिए संघर्ष का बिगुल बज चुका है, जो जीत के बाद ही शांत होगा। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़कर पुण्य का काम करें, ताकि भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित रह सके।